दारोगा बहाली परीक्षा की रिजल्ट का सीबीआई जांच की मांग को लेकर बिहार में कई महीनों से आंदोलन चल रहा है. आन्दोलनकारियों का कहना है कि परीक्षा रद्द की जाय लेकिन सरकार और आयोग इनकी यह मांगे मानने को लिया तैयार नहीं है. कई बार दारोगा अभ्यर्थियों का हुजूम पटना के सड़कों पर भी उतर चुका है. कई बार धरना प्रदर्शन और पुलिस से सामना भी हो चुका है. लेकिन इसी बीच दारोगा परीक्षा को रद्द करने व सीबीआई जांच की मांग करने वाले आंदोलनकारियों के नेतृत्वकर्ता दिलीप कुमार ने अनोखे ढंग से दारोगा परीक्षा की जांच को लेकर संदेश दिया है, दिलीप ने दारोगा परीक्षा की जांच के अलावे पेपरलीक मुक्त बिहार, व पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया है. दिलीप कुमार की शादी आगामी ८ मार्च को होनी है ऐसे में दिलीप ने अपनी शादी कार्ड में दारोगा परीक्षा की जांच, पेपरलीक मुक्त बिहार, व पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है.

दिलीप कुमार ने अपनी शादी के कार्ड को लेकर कहा है कि सबसे मैनें कार्ड में पहला सन्देश पेड़ लगाये जीवन बचाएं का दिया है क्योंकि पर्यावरण में प्रदूषण चरम पर है. कई तरह की बीमारियांहो रही है. ऐसे में पर्यावरण के प्रति गंभीर होने की आवश्यकता है. वहीं मैनें दूसरा संदेश दिया है वह है पेपरलीक मुक्त बिहार हो अपना. क्योंकि बिहार में सबके सामने है कोई भी ऐसा परीक्षा नहीं है जिसमें पेपरलीक नहीं होता है. वहीं तीसरा संदेश दारोगा बहाली परीक्षा की सीबीआई जांच की मांग है जिसको लेकर हम लोग काफी दिनों से संघर्ष कर रहे हैं.

आगे दिलीप ने बताया कि दारोगा आंदोलन से मेरा दिल से लगाव हो गया है. आंदोलन के कारण मैं शादी के अब तक के रश्मों को सही से नहीं निभा पाया हूं. शादी के कार्ड में इस तरह के संदेश देने के पीछे मैनें यह भी सोचा कि लोग शादी की कार्ड को गौर से पढ़ते हैं और ऐसा करने से लोग मामले के बारे में जानना समझना चाहेंगे. जब दिलीप कुमार से पूछा गया कि परिवार या ससुराल वाले आपके इन कामों पर क्या कहते हैं तो दिलीप ने बताया कि परिवार के लोगों का कहना है कि आप अच्छा काम कर रहे हैं. वही विरोध की बात तो मेरी परिवार व ससुराल में कहीं नहीं है. बता दें कि दिलीप कुमार दारोगा अभ्यर्थियों के नेतृत्वकर्ता बनकर लगातार संघर्ष कर रहे हैं.