आरा :- एक तरफ सूबे के मुखिया पंचायत सरकारी भवनों का निर्माण कराने को लेकर मुखियाओं से दबाव बना रहे हैं। तो दूसरी तरफ इन्हीं के अधिकारी एवं पदाधिकारी मुखियाओं से कमीशन मांग कर रहे हैं। जिससे पंचायत सरकार भवन का निर्माण अधर में लटकते दिख रहा है। हां ताजा मामला भोजपुर जिले के बिहिया प्रखंड अंतर्गत घाघा पंचायत की है ,जहां घाघा गांव में मुखिया द्वारा पंचायत सरकार भवन का निर्माण कराया जा रहा है। जो अब कुछ ही दिनों के बाद अधर में लटकने वाला है! क्योंकि पैसा स्वीकृति होने के बाद भी मुखिया को पैसा नहीं मिलने से मुखिया कामता यादव ने आंदोलन करने के लिए विवश हो गए हैं ! वही मुखिया ने बताया कि पैसा कुछ दिन पहले जिला प्रशासन ने स्वीकृति कर दी है और प्रखंड के बीडीओ खाते पर पैसा नहीं दे रहे हैं जिसे पंचायत सरकार भवन का काम अधर में लटक गया है। वहीं मुखिया कामता यादव ने बताया कि हमारे पंचायत घाघा के घाघा ग्राम में पंचायत सरकार भवन बनने से पंचायत के लोगों में काफी खुशी थी क्योंकि उनको ब्लॉक अब किसी काम से नहीं जाना पड़ता। उनकी सारी काम अब पंचायत भवन से ही हो जाती। पर जब से पंचायत भवन का निर्माण शुरू हुआ है एक भी पदाधिकारी जांच करने भी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे है। नाही पंचायत सरकार भवन निर्माण के लिए स्वीकृति राशि दे रहे हैं जिसे अब काम अधर में लटक गया है। कुछ दिन तक दो दर्जन मिस्त्री काम करते थे पर अब पैसों की कमी से अब कुछ हीं मिस्त्री रह गए हैं, क्योंकि जो हमारे पास पैसे थे वो खर्च हो गए हैं। वहीं उन्होंने बताया कि जब हम बीडीओ साहब से बात करते हैं तो जातिगत भावना की नजर से देखते हैं। और कुछ कमी रह गया है इस के हवाले देकर मिलने की बात करते हैं तो कभी कमीशन के बात करते हैं। अगर हमें पैसा की स्वीकृति नहीं किया गया तो मैं जिला प्रशासन के विरोध मोर्चा खोलूंगा और ब्लॉक से लेकर जिला प्रशासन के पदाधिकारियों तक आंदोलन करूंगा क्योंकि अब मैं विवश हो गया हूं क्योंकि मैं ब्लॉक का चक्कर लगाते लगाते थक चुका हूं अब आंदोलन के सिवा हमारे पास अब कोई चारा नहीं बचा है।
रिपोर्ट :-तारकेश्वर प्रसाद