असम के तिनसुकिया स्थित ऑल इंडिया के बागजान कुएँ में लगी आग ने भीषण रूप ले लिया है, आग पर अभी क़ाबू नहीं पाया गया है, अनुमान है कि इस पर क़ाबू पाने में लगभग चार सप्ताह का समय लग सकता। सर्व प्रथम गैस लीकेज की जानकारी 27 मई को आयी, इस जानकारी के बाद असम सरकार ने गैस रिसाव पर क़ाबू पाने का हर संभव प्रयास किया, हाल ही में हुए विजाग गैस रिसाव में सैकड़ों लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा। इसलिए गैस रिसाव रोकने की कोशिश की गई लेकिन यह प्राकृतिक गैस रिसाव अनियंत्रित होने के कारण इस गैस रिसाव ने पंद्रहवें दिन एक विस्फोट के साथ भीषण आग का रूप लिया। तेल कुएँ से फैली आग गाँव जंगलों को जलाकर ख़ाक कर चुकी है, इस बात से ग़ुस्साए स्थानीय लोगों ने तेल कर्मचारियों पर हमला कर दिया इस हमले में कई कर्मचारियों के चोटिल होने की ख़बर है।
आग पर क़ाबू पाने के लिए सिंगापुर की फ़र्म ‘अलर्ट डिजास्टर कंट्रोल’ से विशेष अधिकारियों को बुलाया गया है। इस हादसे में हमारे दो दमकल कर्मियों की मौत हो चुकी है बताया जा रहा है उसमें से एक दमकल कर्मी “दुरलोव गोगोई” पूर्व फ़ुटबॉल प्लेयर रह चुके हैं, दुरलोव गोगोई और उनके साथी टिकेक्ष्वर ग़ोहेन के शव बुधवार को तेल कुएँ के पास पानी वाले स्थान से बरामद किए गए। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री से मृतक दमकल कर्मियों के परिवार वालों को मुआवज़ा तथा घर के एक सदस्य को नौकरी देने की गुज़ारिश की है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीड़ित लोगों को हर संभव मदद पहुँचाने का आश्वासन दिया है।