पेट्रोल, डीजल और एलपीजी के दामों में वृद्धि से पूरा देश परेशान है। जनता महंगाई के मार से पूरी तरह त्रस्त है। लेकिन इन सबके बीच सबसे दिलचस्प बात यह है कि बिहार की माननीय उप मुख्यमंत्री रेणु देवी महंगाई को कोई बड़ा मुद्दा नहीं समझती है। रेणु देवी ने मीडिया से बात करते हुए अस्पष्ट रूप से कहा है कि यह कोई मुद्दा है ही नहीं। दरअसल जब पत्रकारों ने डिप्टी सीएम रेणु देवी से पूछा कि विपक्ष सदन में महंगाई के मुद्दे पर हमला करेगी तो उनका क्या जवाब होगा तो उन्होंने कहा कि महंगाई कोई मुद्दा नहीं है।
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतों में वृद्धि को लेकर डिप्टी सीएम रेणु देवी ने कहा कि पेट्रोल और डीजल देश की उपज़ नहीं है बल्कि इसे अंतरराष्ट्रीय बाज़ार से लाया जाता है और अगर कच्चा तेल के दाम में वृद्धि हो रही हैं तो ऐसे में पेट्रोल डीजल के दाम तो बढ़ेंगे ही है। अगर पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों को विपक्ष अगर महंगाई के तौर पर देखता है तो हम और आप इसमें क्या कर सकते हैं । लेकिन फिर भी बिहार के साथ साथ केंद्र की सरकार बहुत अच्छा कार्य कर रही हैं।
सिर्फ रेणु देवी ही नहीं बल्कि बीजेपी के कई नेताओं का भी मानना है कि ये सब मानसिक बीमारी है. पेट्रोल डीजल अपने देश में नहीं होता है. हम एक महामारी से गुज़र रहे हैं, इसलिए इसपर शेष टैक्स लगया गया है।उन्होंने कहा कि साल 2012-13 के मुकाबले अभी भी पेट्रोल डीजल की कीमतें उतनी नहीं बढ़ी है। आज सात साल बाद 90 रुपए तेल है।