चीन एक ऐसा देश है जो किसी का सगा नहीं है, वह अपने फ़ायदे के लिए कुछ भी कर सकता है। अधिक देशों का मानना है कि कोरोना जैसी महामारी फैलाने के पीछे चीन का बहुत बड़ा हाथ है। अगर वैश्विक स्तर पर देखा जाए तो कोरोना महामारी से सबसे अधिक क्षति अमेरिका को पहुँची है, अमेरिका में कोरोना के लगभग 20, लाख केस है, क़रीबन एक लाख से ऊपर लोगों की मौत हो चुकी है। अपने देश की ऐसी स्थिति को देखकर अमेरिका ने चीन का पूर्ण रूप से बहिष्कार करने का फ़ैसला लिया है।
अमेरिकन सीनेटरों के एक संघ ने संसद में एक विधेयक पेश करते हुए यह माँग की यदि चीन कोरोना जैसी महामारी फैलने की वज़हों की जानकारी देने में नाकाम होता है, इस महामारी को क़ाबू करने में सहयोग नहीं देते तो राष्ट्रपति ट्रम्प को चीन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए। कई अमेरिकी नेताओं का तो यह भी मानना है कि चीन ने कोरोना संक्रमण के डेटा भी छुपाएँ है।